क्या हुआ IIT से पढे हुए Entrepreneur के साथ जब वो Sony T.V के शो Shark Tank मे आए।

शॉक टेक इंडिया पर दिखाई देने वाले आईटी शिक्षित आन्ट्रप्रनर का दावा है कि अब वह रिश्वत दिए बिना फैक्टरी लाइसेंस हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पिछले साल, अमन राय और उसकी टीम निशा टेक इंडिया पर ए लोरिक नमक अपने होम जिम स्टार्टअप के साथ ₹1,00,00,000 का सौदा किया था। हालांकि रॉय को अब उस काम को आगे बढ़ाने के लिए सरकारी दफ्तरों में जूझना पड़ रहा है। जहाँ उनके लिए फैक्टरी का लाइसेंस हासिल करना मुश्किल हो गया है।
अमन राय ऐरोली के सहज संस्थापक हैं जिसने शार्ट टेक इंडिया पर 1,00,00,000 का फंड हासिल किया था। अपने एक इंटरव्यू में आइआइटी दिल्ली के ग्रेजुएट्स ने बताया कि वह अपनी निर्माण सुविधा के लिए फैक्टरी लाइसेंस हासिल करने की प्रक्रिया में एक विक्रेता के संपर्क में आए। जिससे कहा कि विभाग के लिए आउट ऑफ पॉकेट खर्च जिसे संभवतः रिश्वत कहा जाए ग उसकी कीमत ₹70,000 बताई। यह सुनकर अमन राय ने यह निर्णय किया कि वह लाइसेंस के लिए बिना किसी की सहायता के स्वयं प्रयास करेंगे। परन्तु जब वह आवेदन लेकर पहुंचे तो उन्हें बताया गया की ₹1,00,000 तो उन्हें देने ही होंगे।
सोशल मीडिया पर अपनी एक पोस्ट में उन्होंने अपनी निराशा ज़ाहिर करते हुए लिखा। कि वे किस प्रकार इस प्रक्रिया से हताश व निराश हैं। उनका कहना है की यदि कोई नया व्यापारी अपना व्यापार करने या चलाने का प्रयास करें तो उसके लिए कितना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया अपने आप में एक काला सच है। क्योंकि सीधे लाइसेंस के आवेदन करने पर रिश्वत तो उन्हें तब भी देनी ही पड़ेगी।
अमन राय ने अपना यह पोस्ट जब एक्स ट्विटर पर डाला तो उनका यह पोस्ट सौभाग्य से वायरल हो गया। जिसे 4,00,000 से ज्यादा बार देखा गया, और उनका यह पोस्ट वरीष्ठ अधिकारियों के संपर्क तक भी पहुंचा। स्पोर्ट को देखने के बाद वरीष्ठ अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया और मामले को देखने का वादा किया। अमन राय का कहना है की एक्सट्रैक्टर एक शक्तिशाली प्लेटफार्म है जहाँ पर आप अपनी बात रख सकते हैं। तथा उन्हें लगता है यह मुद्दा जल्द ही सुलझ जाएगा।